NIJASATE GALEEZA LAGNE PAR KAB DHONA FARZ HAI KAB WAJIB KAB SUNNAT
अगर 1 दिरहम से ज़्यादा हो तो धोना फ़र्ज़ है, बिन धोये नमाज़ होगी ही नहीं, अगर 1 दिरहम के बराबर हो तो धोना वाजिब बिन धोये नमाज़ पढ़ना गुनाह, नमाज़ वाजिबुल इयादा, हां अगर इससे कम हो तो बिन धोये भी नमाज़ हो जायेगी मगर बेहतर नहीं |
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