napak cheez kaise paak karen

 

  • निजासत अगर दलदार हो जैसे पाख़ाना, गोबर और ख़ून वग़ैरा तो धोने में गिनती की कोई शर्त नहीं बल्कि उसको ख़त्म करना ज़रूरी है जब ही पाक होगा। चाहे एक बार धोने से ही साफ़ हो जाए या चार पाँच बार धोने से लेकिन अगर तीन बार से कम धोने में निजासत दूर हो जाये तो तीन बार धोना मुस्तहब है।
  • निजासत दूर होने के बाद उसका कुछ असर रंग या बू बाक़ी है तो उसे भी दूर करना ज़रूरी है। लेकिन अगर उसका असर मुश्किल से जाये तो ज़्यादा रगड़ने की ज़रूरत नहीं बस तीन बार धो लिया पाक हो गया

Comments

Popular posts from this blog

Huzoor sallallahu alaihi wasallam ke bare me

allah ta aala naraz ho to kiya hota hai

Nabi aur rasool kise kahte hain